Monday, December 8, 2008

निशानी हूँ मै

अगर रख सखो तो एक निशानी हु मैं,
और खो दो तो सिर्फ़ एक कहानी हु मैं,
रोक पाए न जिसको ये सारी दुनिया,
वो एक बूंद आंख का पानी हु मैं.............!!!!

सबको प्यार देने की आदत है हमे,
अपनी अलग पहचान बनने की आदत है हमे,
कितना भी गहरा जख्म दे कोई,
उतना ही ज्यादा मुस्कुराने की आदत है हमे.....!!!!

इस अजनबी दुनिया में अकेला एक खवाब हूँ ,
सवालों से ख़फा छोटा सा जवाब हूँ ,
जो न समझ सके उनके लिए "कौन",
जो समझ चुके उनके लिए किताब हु मैं,

दुनिया की नज़र में,जाने क्यों चुभा सा,
सबसे नशीला और बदनाम शराबी हु मैं,
सर उठाकर देखो वो देख रहा है तुमको,
जिसको न देखा उसने वो चमकता आफ़ताब हु मैं,
आँख से देखोगे तो खुश पाओगे,
दिल से पूछोगे तो दर्द का सैलाब हु मैं.........!!!!

Monday, November 3, 2008


आज हमने भी ग़मों को छुपाना सिख लिया ,
भरी महफ़िल में मुस्कुराना सिख लिया,
हम तो डरते थे ग़मों का जहर पीने से,
पर अब तो ग़मों को जाम समजकर पीना सिख लिया,
पहले तो अकेले से होते थे भीड़ में,
पर अब तो तन्हाई में भी रहना सिख लिया
लोग तो मुस्कुरा कर दे जाते थे दोखा,
पर अब तो हमने आंखों को पड़ना सिख लिया,
कोई सुनता ही न था हमारे दिल की आवाज़ को ,
तो हमने उस आवाज़ को शायरी में बदलना सिख लिया

Sunday, September 28, 2008

खामोशी की वजह क्या है



दिलों से खेलने का हुनर हमे नही आता,


इसीलिए इश्क की बाज़ी हम हार गए


मेरी ज़िन्दगी से शायद उन्हें बहुत प्यार था


इसीलिए मुझे जिंदा ही मार गए....


सारी उमर आँखों में एक सपना याद रहा,


सदियाँ बीत गई जिसमे वो लम्हा याद रहा,


न जाने क्या बात थी उनमे,


सारी महफिल भूल गए बस वो ही एक चहरा याद रहा...


बन के एहसास मेरी धड़कन के पास रहते हो,


तस्वीर बन के मेरी आँखों के पास रहते हो,


आज पूछते है एक सवाल तुमसे,


क्या दूर रह कर तुम भी उदास रहते हो???


कोई कुछ भी न कहे तो पता क्या है


इस बेचैन खामोशी की वजह क्या है


की

Friday, September 26, 2008


बारिश और मैं, दोनों एक जैसे हैं,


रोते हैं, तड़पते हैं, सिसकते हैं, मचलते हैं,


बून्द बून्द दर्द का खामोशी से अपनी रगों में उत्तार लेते हैं,


और फ़िर मुस्कुरा कर चुपके से dhoop की चादर ओढ़ लेते हैं॥


हाँ शायद , बारिश और में दोनों एक ही जैसे हैं!

Thursday, September 11, 2008

YOU ARE MY DESTINY


What if I never knew?What if I never found you?
I'd never have...this feeling in my heart.
How did this come to be?
I don't know how you found me.
But from the moment I saw you...Deep inside my heart I knew.
You're my destiny.
You and I were meant to be.
With all my heart and soul.
I give my love to have and hold.
And as far as I can see...for now until eternity.
You were always meant to be...My Destiny.

Saturday, September 6, 2008

COMEDY KA BAADSHAH



जो सदियों से होता आया है वोह आज रिपीट कर दूंगा...
तू ना मिली तो तुझको दिल से control+alt+delete कर दूंगा...
-----------------------------------------------------------
कॉलेज की लडकियां सुंदर हैं और लोनली हैं...
प्रॉब्लम ये है की वोह बस READ-ONLY हैं...
-----------------------------------------------------------
शायद मेरे प्यार को टेस्ट करके भूल गए...
दिल से ऐसा CUT किया की PASTE करना भूल गए...
-----------------------------------------------------------
तुम्हारे सामने हैं इतनी items कभी हमें भी pick करो...
हमारे प्यार के ICON पे कभी तो tum DOUBLE-CLICK करो...
-----------------------------------------------------------
रोज़ सुबह हम करते है इतने प्यार से उन्हें गुड मोर्निंग...
वोह हुम्हे घूर कर देखते हैं जैसे ZERO ERRORS but 5 WARNINGS...
----------------------------------------------------------------
हो गयी गलती हमसे, क्लिक हो गया MOUSE
दुनिया की परवाह छोडो, बन जाओ मेरी SPOUSE
-----------------------------------------------------------
तुमसे मिला मैं कल तो, मेरे दिल में हुआ एक sound,
लेकिन आज तुम मिली तो कहती हो: Your file not found!
-----------------------------------------------------------
अब और कहो न तुम, "but" ya "if"
तुम हो मेरी ज़िन्दगी का हो ANIMATED GIFT
-----------------------------------------------------------
घर से निकलती हो तुम जब, पहन के EVENING GOWN


Too many requests से, हो जाता है server down
-----------------------------------------------------------
तुम्हारे लिए प्यार की application create मैं करूंगा
तुम उससे debug करना, wait मैं करूंगा
-----------------------------------------------------------
तुम्हारा इंतज़ार करते करते, मैं सो गया
यह देखो मेरा connection, time out हो गया
-----------------------------------------------------------
जबसे मेरी ज़िन्दगी में, आई हो बनके female
याद रहा न अब कुछ, न postman , न e-Mail
-----------------------------------------------------------

Tuesday, September 2, 2008

जिक्र जो तेरा


हो कर बेगाने भी क्यों अपने से लगते हो

हो इतनी दूर फिर भी क्यों करीब लगते हो


छोड़ देंगे तेरी यादों को कहीं दूर

रिस रिस कर रोज यूं तड़पाते क्यों हो


दिल के झरोखों में इक तस्वीर है तेरी

धुंधली है सही फिर भी आँखों में बसते क्यों हो


कोई छेड़े जो ज़िक्र तेरा तो होंठ फर्फराते हैं

आह निकले न कहीं बस आंसू बन ढल जाते हैं


मुददत से नही हुई कोई बात तो क्या

सपनो में अक्सर बातें करते क्यों हो

I MISS U


तेरी याद ने मेरे दिल को सजा रखा है
तेरे प्यार में सब कुछ भुला रखा है

कुछ अच्छा नहीं लगता तेरी जुदाई के बाद
एक तेरी याद को सिने से लगा रखा है

तेरा मिलना तो अब एक खवाब ही लगता है
नजाने अब क्यूं दिल को भुला रखा है

मुक़दर से मिलते हैं बिचार करने के बाद
वरना आज भी तेरा नाम दिल मैं सजा रखा है

नजाने कोई नहीं बसता तेरे सिवा आँखों में
एक तेरी तस्वीर को दिल मैं छुपा रखा हूँ

I MISS U

Friday, August 29, 2008

तुम्हारा इंतज़ार


तुमसे मिलने के पल का इंतज़ार सताने लगा है,
बेकरार दिल को अब करार आने लगा है,
कैसा होगा वो पल, वो हालत-ऐ-तबियत,

ये सोच का ही अब दिल घबराने लगा है,
कुछ ऐसा करना की सुकून मिल जाए मुझे,

कई सपने अब ये मन सजाने लगा है,
तेरी नजदीकियां धड़कन चुरा न ले मेरी,

हर पल अब मरने का डर समाने लगा है,
कब आएगा वो पल, इंतज़ार हो नही पता,

हर जाता पल सदियों सा नज़र आने लगा है

तेरे आने के बाद


नई नई सी लगती हैं ये ज़िन्दगी तेरे आने के बाद।
ग़म जुदाई का ख़त्म कर देगा हमे तेरे जाने के बाद
हर कमी गंवारा हैं सनम, गर साथ हो तुम्हारा।
जाने अनजाने बन गए हो तुम जीने का सहारा।
तेरी यादों में डूबे हुए हैं अब सुबहो शाम मेरे।
नींद तो जाती रही, अब मेरे ख्वाब भी हो गए हैं तेरे।
जुल्फों को रात, चेहरे को चाँद जब से कह गए हो तुम,
भीड़ में सब से जुदा और हसीं मुझे बना गए हो तुम
यादों से तेरी बहलता नही अब दिल ये मेरा।
सच हो जाए सपना मेरा अगर बन जाऊं साया मैं तेरा

भीगी भीगी सी पलके

भीगी पलकों के संग मुस्कुराते थे हम,

पल पल दिल को बहलाते थे हम...

वोह दूर थे हमसे तो क्या हुआ,

उन्हें याद रखने के लिए ही तो भुलाते थे हम....


Thursday, August 28, 2008

पल


पल ऐसा था की हम इंकार न कर पाये,
ज़माने के डर से इकरार न कर पाये,
न थी जिनके बिना ज़िन्दगी मुनासिब,
छोड़ दिया उन्होंने और हम सवाल न कर पाये...

तुम्हारी परछाई

वक्त गुजरेगा हम बिखर जायेंगे,

कौन जाने की हम किधर जायेंगे...

हम आपकी परछाइं है याद रखना,जहाँ तन्हाई मिली वह हम नज़र आयेंगे....



तुम्हारी आँखे


सूरज की पहली कीरों से खुलती..नींद की लालच में सुस्ताती आँखें..
ग़म से थकान से भर आती कभी..कभी किसी की याद में आन्सो झलकती आँखें..
कहने को देख लेती सब कुछ..कभी फरेब और सच को पहचान नहीं पाती आँखें..
दिल का आएना है ये..प्यार को छुपा नहीं पाती आँखें..
ख़ुद में डूब जाने को मजबूर करती..कभी दिल को घायल कर जाती आँखें..
चलते चलते मिल जाती किसी से..किसी अजनबी हमसफ़र को अपना बना लेती आँखें..
जो सामने है उस मोह्हबत को करती अनदेखा..और बिछडे हुए प्यार को फिर से ढूँढती आँखें..
बंद कर लो तो सब कुछ दिखा देती..खुलते ही सब कुछ धुन्दला कर देती आँखें..
जिंदगी की दौड़ धुप में आख़िर..एक दिन सदा की लिए बंद हो जाती आँखें॥

तेरी चाहते

चाहते जो तेरी हो , खुदा करे वो पुरी हो
दिन हो बहारो का , शाम सुनहरी हो
किस्मत का सितारा तेरे फलक पर सजता रहे
और जिंदगी की बाकि सांसें नाम तेरे हो