Monday, December 8, 2008

निशानी हूँ मै

अगर रख सखो तो एक निशानी हु मैं,
और खो दो तो सिर्फ़ एक कहानी हु मैं,
रोक पाए न जिसको ये सारी दुनिया,
वो एक बूंद आंख का पानी हु मैं.............!!!!

सबको प्यार देने की आदत है हमे,
अपनी अलग पहचान बनने की आदत है हमे,
कितना भी गहरा जख्म दे कोई,
उतना ही ज्यादा मुस्कुराने की आदत है हमे.....!!!!

इस अजनबी दुनिया में अकेला एक खवाब हूँ ,
सवालों से ख़फा छोटा सा जवाब हूँ ,
जो न समझ सके उनके लिए "कौन",
जो समझ चुके उनके लिए किताब हु मैं,

दुनिया की नज़र में,जाने क्यों चुभा सा,
सबसे नशीला और बदनाम शराबी हु मैं,
सर उठाकर देखो वो देख रहा है तुमको,
जिसको न देखा उसने वो चमकता आफ़ताब हु मैं,
आँख से देखोगे तो खुश पाओगे,
दिल से पूछोगे तो दर्द का सैलाब हु मैं.........!!!!