हमारे इस समाज मे कई तरह की मान्यताये है अनेक जाती धरम की अनेक मान्यताये है
लकिन हमारे हिन्दु समाज मे तो इतनी मान्यताये है की शायद अगर हम सबको मानने लगे तो आज के इस भागदौड़ के जींवन मे हम रुक से जाए
अगर बिल्ली रास्ता काट देती है तो आगे मत जन वरना बुरा होगा
यदि किसी को ऑफिस जाना है तो क्या वो ऑफिस जाना बंद कर दे अगर बिल्ली रास्ता काट देती है या
अगर भ्रस्पति वार है तो बाल और दाढ़ी मत बनाना नही तो बुरा हो जाएगा
यदि किसी को इंटरव्यू देने जाना है तो वो अपना कैरियर ख़राब कर दे इन सब मान्यताओ की वजह से आज दिशा शूल लगा है तो उस तरफ़ सफर मत करना नही तो बुरा हो जायेगे
यदि किसी की माँ या बाप की मौत हो जाए तो भी वह क्या दिशा सुल देखे गा ??
कभी किसी ने देखा है ये सब कर के की कितना बुरा होता है या भला होता ??? आज शनिवार है आज लोहा मत खरीदना वरना फले गा नही
मैंने अपना टीवी और फिर्ज़ शनिवार को ख़रीदा था जो आज तक सही चल रहा है
हिंदू समाज में यदि शादी के गुण मिलते है तभी रिश्ता पक्का होता है जितने ज्यादा
गुण मिलते है उतना रिश्ता लंबा चलता है लकिन जाके उनसे पूछिए जिनकी शादी
के १ या २ साल में ही उनके जीवन साथी अलग हो जाते है या फिर किसी की मौत
हो जाती है क्या उन्होंने कुंडली नही मिलायी होगी या गुण नही मिलवाए होंगे क्या
हमारे जीवन की डोर किसी पंडित के हाथो में है ?
क्या किसी ने कभी उसी पंडित से पुछा है की उसकी जीवन की उमर क्या है या कल उसके साथ क्या होगा ????
अगर लड़की मांगलिक है तो किसी मांगलिक लड़के से ही उसकी शादी होगी अगर
किसी और लड़के से उसकी शादी करदी तो लड़के की मौत हो जायेगी ये भी उसी
पंडित का कहना है जो कुंडली मिला के लोगो के २५ गुण मिल्वाके उनकी शादी
करवाते है और फिर शायद लड़का लड़की कभी नही मरते है और न ही कभी उनके
बीच तलाक होता है और न ही कभी अलग होते है क्या हमारी ज़िन्दगी हमारी नही
है एक पंडित की देन है अगर वो कहे तभी हम शादी करे नही तो हम उमर भर
कुवारे रह जाए ???
क्या बिहार में बाढ़ में और गुजरात में भूकंप में मारे गए शादी शुदा लोगो ने अपनी
कुंडली के २६ गुण नही मिलवाए थे या उनमे कोई पंडित नही था जिसे अपना
भविष्य नही मालूम था क्या होटल ताज में मारे गए बेकसूर लोगो ने अपना भविष्य
देखा था की किस तरह से उनकी मौत होगी या उन्होंने भी अपनी कुंडली पंडित को
नही दिखवाई होगी वरना शायद पंडित उन्हें बचा लेते
क्या कभी इन सब मान्यताओ को मानने वाले लोगो ने हिंदू समाज से हट के किसी
और समाज या धर्म के लोगो को अपनी ज़िन्दगी जीते हुए देखा है
क्या मुस्लिम धर्म के लोगो में गुण मिलवाया जाता है क्या उनकी शादी भी बिना गुण मिलाये आगे सफल नही होती है ??
शायद अगर आज भारत किसी वजह से और देशो से पीछे है तो उसका सबसे बड़ा कारण ये खोखली मान्यताये भी है