Friday, August 29, 2008
तुम्हारा इंतज़ार
तुमसे मिलने के पल का इंतज़ार सताने लगा है,
बेकरार दिल को अब करार आने लगा है,
कैसा होगा वो पल, वो हालत-ऐ-तबियत,
ये सोच का ही अब दिल घबराने लगा है,
कुछ ऐसा करना की सुकून मिल जाए मुझे,
कई सपने अब ये मन सजाने लगा है,
तेरी नजदीकियां धड़कन चुरा न ले मेरी,
हर पल अब मरने का डर समाने लगा है,
कब आएगा वो पल, इंतज़ार हो नही पता,
हर जाता पल सदियों सा नज़र आने लगा है
तेरे आने के बाद
नई नई सी लगती हैं ये ज़िन्दगी तेरे आने के बाद।
ग़म जुदाई का ख़त्म कर देगा हमे तेरे जाने के बाद
हर कमी गंवारा हैं सनम, गर साथ हो तुम्हारा।
जाने अनजाने बन गए हो तुम जीने का सहारा।
तेरी यादों में डूबे हुए हैं अब सुबहो शाम मेरे।
नींद तो जाती रही, अब मेरे ख्वाब भी हो गए हैं तेरे।
जुल्फों को रात, चेहरे को चाँद जब से कह गए हो तुम,
भीड़ में सब से जुदा और हसीं मुझे बना गए हो तुम
यादों से तेरी बहलता नही अब दिल ये मेरा।
सच हो जाए सपना मेरा अगर बन जाऊं साया मैं तेरा
भीगी भीगी सी पलके
Thursday, August 28, 2008
पल
तुम्हारी परछाई
तुम्हारी आँखे
सूरज की पहली कीरों से खुलती..नींद की लालच में सुस्ताती आँखें..
ग़म से थकान से भर आती कभी..कभी किसी की याद में आन्सो झलकती आँखें..
कहने को देख लेती सब कुछ..कभी फरेब और सच को पहचान नहीं पाती आँखें..
दिल का आएना है ये..प्यार को छुपा नहीं पाती आँखें..
ख़ुद में डूब जाने को मजबूर करती..कभी दिल को घायल कर जाती आँखें..
चलते चलते मिल जाती किसी से..किसी अजनबी हमसफ़र को अपना बना लेती आँखें..
जो सामने है उस मोह्हबत को करती अनदेखा..और बिछडे हुए प्यार को फिर से ढूँढती आँखें..
बंद कर लो तो सब कुछ दिखा देती..खुलते ही सब कुछ धुन्दला कर देती आँखें..
जिंदगी की दौड़ धुप में आख़िर..एक दिन सदा की लिए बंद हो जाती आँखें॥
ग़म से थकान से भर आती कभी..कभी किसी की याद में आन्सो झलकती आँखें..
कहने को देख लेती सब कुछ..कभी फरेब और सच को पहचान नहीं पाती आँखें..
दिल का आएना है ये..प्यार को छुपा नहीं पाती आँखें..
ख़ुद में डूब जाने को मजबूर करती..कभी दिल को घायल कर जाती आँखें..
चलते चलते मिल जाती किसी से..किसी अजनबी हमसफ़र को अपना बना लेती आँखें..
जो सामने है उस मोह्हबत को करती अनदेखा..और बिछडे हुए प्यार को फिर से ढूँढती आँखें..
बंद कर लो तो सब कुछ दिखा देती..खुलते ही सब कुछ धुन्दला कर देती आँखें..
जिंदगी की दौड़ धुप में आख़िर..एक दिन सदा की लिए बंद हो जाती आँखें॥
तेरी चाहते
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